- 8th pay commission: देश के लगभग 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स 8वें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 7वें वेतन आयोग को लागू हुए अब लगभग 10 साल पूरे होने वाले हैं, जिससे नए वेतन आयोग की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इस बार सबसे ज्यादा चर्चा फिटमेंट फैक्टर को लेकर हो रही है, जो कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का प्रमुख आधार होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि 8वें वेतन आयोग में 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों के वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। आइए जानते हैं कि यह फिटमेंट फैक्टर क्या है और इससे वेतन में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है और इसका महत्व:-
फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक है जिससे वर्तमान बेसिक वेतन को गुणा करके नया वेतन निर्धारित किया जाता है। जब भी नया वेतन आयोग लागू होता है, तो फिटमेंट फैक्टर वेतन बढ़ोतरी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसका अर्थ था कि कर्मचारियों के पुराने वेतन को 2.57 से गुणा करके नया वेतन निर्धारित किया गया था। 8वें वेतन आयोग में इस फिटमेंट फैक्टर का निर्धारण सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है, क्योंकि इससे तय होगा कि कर्मचारियों के वेतन में कितनी वृद्धि होगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर लगभग 1.92 हो सकता है।